Powers and functions of the Rajya Sabha

Powers and functions of the Rajya Sabha राज्यसभा लोकसभा की तुलना में एक शक्तिहीन सदन है। राज्यसभा की रचना लोकसभा के सहयोगी और सहायक सदन के रूप में की गयी है। फिर भी इसका अपना महत्व है। राज्यसभा की शक्तियाँ और कार्य अधोलिखित है। विधायी शक्तियां (Legislative Powers): लोकसभा केRead More →

Formation of Rajya Sabha

Rajya Sabha or Council of States राज्य सभा को भारतीय संसद का द्वितीय (secondary chamber) या उच्च सदन (upper house) भी कहा जाता है। इसमें राज्यों के सदस्य होते हैं। ये सदस्य राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसे लोकसभा की तुलना में कम शक्तियाँ प्राप्त हैं,Read More →

List of Lok Sabha Speakers

All the Speakers of Lok Sabha: from 1952 to 2019 क्रमांक लोकसभा अध्यक्ष कब से कब तक 1. गणेश वासुदेव मावलंकर 15 मई, 1952 से 27 फरवरी 1956 2. एम. अनन्तशयनम आयंगर 8 मार्च, 1956 से 10 मई 1957 3. एम. अनन्तशयनम आयंगर 11 मई, 1957 से 16 अप्रैल, 1962Read More →

The Prime Minister of India

The Prime Minister संसदीय शासन प्रणाली में प्रधानमंत्री का पद सर्वाधिक महत्वपूर्ण पद होता है, क्योंकि राष्ट्रपति केवल नाममात्र का प्रधान होता है, शासन की वास्तविक शक्ति प्रधानमंत्री के ही हाथ में होती है। वही मंत्रिपरिषद् का निर्माण और उसका संचालन करता है। लार्ड मार्ले (Lord Marley) के अनुसार, ”Read More →

Indian Polity: Powers of the President संविधान द्वारा राष्ट्रपति को व्यापक शक्तियाँ प्रदान की गयी हैं। राष्ट्रपति की इन शक्तियों को दो वर्गों में विभाजित किया जा सकता है।  शान्ति कालीन शक्तियां  आपात कालीन शक्तियां शान्ति कालीन शक्तियाँ-शान्तिकाल में राष्ट्रपति को निम्नलिखित शक्तियाँ प्राप्त होती हैं- शान्ति कालीन शक्तियां 1.Read More →

Impeachment of the President

Indian Polity: President Of India राष्ट्रपति के पद की अवधि (Term of Office of The President): अनुच्छेद-56 के अनुसार राष्ट्रपति पद ग्रहण की तिथि से 5 वर्ष की अवधि तक अपना पद धारण करता है। किन्तु वह पाँच वर्ष के पूर्व कभी भी उपराष्ट्रपति को अपना त्यागपत्र दे सकता है।Read More →

President of India

भारत का राष्ट्रपति भारत में संघीय कार्यपालिका (Union Executive) का प्रधान राष्ट्रपति होता है तथा संघ की सभी कार्यपालिका राष्ट्रपति के निहित है, जिसका प्रयोग वह संविधान के अनुसार स्वयं या, अधीनस्थ पदाधिकारियों के माध्यम से करता है। राष्ट्रपति का निर्वाचन (Election of President): अनुच्छेद 54 के अनुसार राष्ट्रपति काRead More →

Fundamental duties

अनुच्छेद-51(क): मूल कर्तव्य भारत के संविधान में आरम्भ में नागरिकों के लिए मूल कर्तव्यों का उल्लेख नहीं था। इसे स्वर्ण सिंह समिति (Swaran Singh committee) की संस्तुति के आधार पर 42वें संविधान संशोधन 1976 द्वारा जोड़ा गया है। समिति का विचार था कि जहाँ संविधान में नागरिकों के लिए मूलRead More →

Right to Constitutional Remedies

मूल अधिकार: संवैधानिक उपचारों का अधिकार अनुच्छेद 32 के तहत् उपबन्धित संवैधानिक उपचारों का अधिकार एक अत्यन्त महत्वपूर्ण मूल अधिकार है। इसकी महत्ता को रेखांकित करते हुए डा. भीम राव अम्बेडकर ने इसे भारतीय संविधान की हृदय और आत्मा (Heart and Soul) कहा है। इस अधिनियम के अन्तर्गत जब किसीRead More →

Cultural and Educational Rights

मूल अधिकार: संस्कृति और शिक्षा सम्बन्धी अधिकार ‘संस्कृति और शिक्षा सम्बन्धी अधिकार’ को अनुच्छेद29 व 30 के अन्तर्गत पाँचवें मूल अधिकार के रूप में स्थान दिया गया है।  Article- 29: अनुच्छेद-29 के अन्तर्गत अल्पसंख्यक वर्गों के हितों को संरक्षण प्रदान किया गया है। Article- 30: अनुच्छेद-30 अल्पसंख्यक वर्गों को शिक्षणRead More →