चम्बा जिला (CHAMBA DISTRICT)
गठन – 15 अप्रैल 1948
भाषा – चम्बयाली, भट्याती , चुराही , पंगवाली , भरमौरी
चम्बा जम्मू और कश्मीर से उतर-पश्चिम, जम्मू-कश्मीर राज्य के लद्दाख क्षेत्र और हिमाचल प्रदेश के लाहौल और बडा-बंगाल क्षेत्र, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण में जिला कांगडा द्वारा उतर-पूर्व और पूर्व में चम्बा की सीमा पर पंजाब के हिमाचल प्रदेश और गुरदासपुर जिला स्थित है।
चम्बा क्षेत्र के 6522 वर्ग कि0 मी0 के साथ और विशाल पहाडी पर्वतमाला द्वारा सभी तरफ से घिरा हुआ है। यह क्षेत्र पूर्ण रुप से 2000 से 21000 फीट तक की ऊंचाई वाली पहाडी हैं। चम्बा भगवान शिव की भूमि अपने अनछुए प्राकृतिक सौदंर्य के लिए प्रसिद्ध हैं। मख्य पर्यटन स्थलों के रुप में जिले में डलहौजी, खज्जीयार, चम्बा शहर, पांगी और भरमौर है।
जनसांख्यिकी (Demographics):
जनसांख्यिकी 2011 के अनुसार-
- क्षेत्रफल (Area): 6522 sq.Km
- जनसँख्या (Population): 519080
- पुरुष (Men): 261320
- महिलाएं (Women): 257760
- ग्रामीण जनसंख्या (Rural population): 482972
- शहरी जनसंख्या (Urban population): 36108
- अनुसूचित जाति जनसंख्या (Scheduled caste population): 111690
- अनुसूचित जनजाति जनसंख्या (Scheduled Tribes Population): 135500
- लिंग अनुपात (Sex Ratio): 986
- साक्षरता (Literacy): 323842
- उप मंडल (Sub division): 7
- तहसीलें & उप तहसीलें (Tahsils & Sub-Tehsils): 13
- विकास खण्ड (Development Section): 7
- ग्राम पंचायतें (Village panchayats): 283
चम्बा जिले की घाटियां (Valleys in Chamba District):
- हाथीदार घाटि(5256 फ़ीट)
- व्यास घाटी
- चम्बा घाटी
- चिनाब घाटी
- पांगी चम्बा लाहौल घाटी
- भटियात घाटी(चम्बा की सबसे उपजाऊ घाटी)
चम्बा जिले के दर्रे(Passage in Chamba District):
- जालसू दर्रा
- साँच दर्रा
- कुगति दर्रा
- पोंडरी दर्रा
- बसोदान दर्रा
- पादरी दर्रा
- छोबिआ दर्रा
- भीम घासूतड़ी(काँगड़ा-चम्बा) दर्रा
- चतरदार दर्रा
चम्बा जिले के झीलें (The Lakes in Chamba District):
- मणिमहेश झील
- गड़ासरु झील
- खजियार झील
- महाकाली झील
- लामा झील
चम्बा जिले के मंदिर (Temple in Chamba District):
- मणिमहेश मंदिर
- शक्ति देवी मंदिर
- लक्षणा देवी मंदिर
- गणेश मंदिर मंदिर
- नरसिंघ मंदिर मंदिर
- हरिराय मंदिर
- लक्ष्मीनारायण मंदिर
- कामेश्वर मंदिर
- गोरी शंकर मंदिर
- सीताराम मंदिर
- बंसी गोपाल मंदिर
- हिडिम्बा मंदिर
- राधा कृष्ण मंदिर
- भरमौर मंदिर (भरमौर में 84 मंदिरों का समूह है)
चम्बा जिले के मेले व यात्रा (Fair in Chamba District):
- सूही मेला (साहिल वर्मन की पत्नी नयना देवी की याद में मनाया गया)
- मिंजर मेला (मेला श्रावण महीने के दूसरे रविवार को आयोजित किया जाता है)
- मणिमहेश यात्रा
- फूल यात्रा- अक्टूबर
- छतराड़ी यात्रा- सितम्बर
- भरमौर यात्रा- अगस्त
- मणिमहेश- अगस्त , सितम्बर
- नवाला मेला (नवाला मेला गद्दी जनजाति द्वारा मनाया जाता है, इसमें शिव की पूजा की जाती है)
चम्बा जिले का लोक नृत्य एवं लोकगीत (Folk dance and Folk song of Chamba district)
- लोकनृत्य: झांझर और नाटी
- लोकगीत: कुंजू चंचलो , रंझु-फुलमु , भुक्कु -गद्दी
चम्बा जिले की प्रमुख जल विदयुत् परियोजना (Hydro power project in Chamba district):
- चमेरा-1 (540 MW)- रावी नदी पर -NHPC द्वारा 1994 में निर्मित
- चमेरा-॥ (300 MW)- रावी नदी पर-NHPC द्वारा 2004 में निर्मित
- हड़सर परियोजना (60 MW)- रावी नदी पर
- होली परियोजना (3 MW)- रावी नदी पर
- बुधिल परियोजना (70 MW)- बुधिल नदी पर
- चमेरा परियोजना (260 MW)- रावी नदी पर
- भरमौर परियोजना (45 MW)- रावी नदी पर
- राओली परियोजना (500 MW)- चिनाब नदी पर
- मनछेतरी परियोजना (100 MW)- रावी नदी पर
चम्बा जिले के कुछ मुख्य तथ्य (Some key facts of Chamba district)
- चम्बा के सरोल में भेड़ प्रजनन केंद्र है।
- चम्बा दुग्ध परियोजना की शुरआत 1978 ई में हुई।
- चम्बा में सबसे अधिक भेड़ बकरियां पायी जाती है।
- चम्बा क्षेत्रफल में हिमाचल में दूसरे स्थान पर है।
- चम्बा लिंग अनुपात में चौथे स्थान पर है।
- चम्बा के सरोल में मधुमक्खी पालन केंद्र है।