मैन बुकर इंटरनेशनल अवार्ड- 2019
ओमान की लेखिका जोखा अल-हार्थी (Jokha Al-Harthi) को उनकी किताब ‘सेलेस्टियल बॉडीज (Celestial bodies)‘ के लिए साल 2019 के लिए मैन बुकर इंटरनेशनल अवार्ड (Man Booker International Award) दिया गया है। जोखा साहित्य जगत का यह प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल करने वाली पहली अरब लेखिका हैं। पुरस्कार के रूप में 64 हजार डॉलर (लगभग 44 लाख रुपये) की पुरस्कार राशि दी जिएगी। पुरस्कार राशि को जोखा, अमेरिकी लेखिका मार्लिन बूथ (Marlin booth) के साथ साझा करेंगी। मार्लिन ने उनकी किताब का अंग्रेजी में अनुवाद किया था।
जोखा अल-हार्थी कौन है (who is Jokha Alharthi):
ओमानी लेखक जोखा अल-हरथी का जन्म जुलाई 1978 में हुआ है। उनकी शिक्षा ओमान और यूनाइटेड किंगडम में हुई थी। उन्होंने एडिनबर्ग विश्वविद्यालय से शास्त्रीय अरबी साहित्य में अपनी पीएचडी प्राप्त की। वह वर्तमान में सुल्तान कबूस विश्वविद्यालय (ओमान) (Sultan Kabul University) में अरबी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। अल-हरथी ने छोटी कहानियों और तीन उपन्यासों (मनमात, सैय्यदत अल-क़मर और नरिन्जा) के तीन संग्रह प्रकाशित किए हैं।
वह 2011 के IPAF नदवा (लेखकों की कार्यशाला) में आठ प्रतिभागियों में से एक थीं। अल-हरथी ने 2016 में अपने उपन्यास नरिंजाह (बिटर ऑरेंज) के लिए संस्कृति, कला और साहित्य के लिए सुल्तान कबूस पुरस्कार जीता। सैय्यदत अल-क़मर (Sayyidat el-Qama) को जायद अवार्ड (Zayed Award) 2011 के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था और मर्लिन बूथ द्वारा अंग्रेजी में अनुवाद किया गया है। इसे ब्रिटेन में सैंडस्टोन प्रेस द्वारा जून 2018 में सेलेस्टियल बॉडीज़ शीर्षक के तहत प्रकाशित किया गया था और मैन बुकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार 2019 के लिए चुना गया।
सेलेस्टियल बॉडीज़ (Celestial bodies):
‘सेलेस्टियल बॉडीज’ ओमान के अल-अवाफी गांव में रहने वाली तीन बहनों के जरिये वहां उपनिवेशवाद (Colonialism) खत्म होने के बाद हो रहे बदलाव की कहानी है। लंदन के राउंडहाउस (Roundhouse) में मंगलवार को आयोजित पुरस्कार समारोह में जोखा ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि अब अरब की सभ्यता और संस्कृति के लिए भी साहित्य जगत के दरवाजे खुल गए हैं। मुझे उम्मीद है कि दुनियाभर के पाठक इस उपन्यास से खुद को जोड़ पाएंगे। ‘
बुकर पुरस्कार के बारे में मुख्य तथ्य (Key facts about the Booker Prize):
अंग्रेजी भाषा में दिये जाने वाले बुकर अवार्ड (Booker Prize) को 2005 में शुरू किया गया था यह अवार्ड पहले हर दो साल पर दिया जाता था। 2016 से यह हर वर्ष दिया जाने लगा। दुनियाभर में लिखे गए उपन्यासों के अंग्रेजी अनुवाद को दिया जाता है। पुरस्कार की राशि लेखक और अनुवादक के बीच बंटती है।
बुकर पुरस्कार मूल रूप से बुकर-मैककॉनेल पुरस्कार (Booker–McConnell Prize) के रूप में जाना जाता था, कंपनी बुकर मैककॉनेल लिमिटेड ने 1969 में इस आयोजन को प्रायोजित(Sponsor) करना शुरू किया। 2002 में, शीर्षक प्रायोजक निवेश कंपनी मैन ग्रुप (Man Group) बन गया, जिसने पुरस्कार के आधिकारिक शीर्षक के रूप में “बुकर” को बनाए रखा और पुरस्कार को मैन बुकर (Man Booker) नाम दिया गया।
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