शिमला जिला (SHIMLA DISTRICT)
गठन – 1972
मुख्यालय- शिमला
भाषा – पहाड़ी, हिंदी और अंग्रेजी
शिमला, हिमाचल प्रदेश राज्य में दक्षिणी पूर्वी भाग में स्तिथ है। इसके उत्तर पूर्व से दक्षिण तक उत्तराखंड राज्य है। शिमला वर्तमान में हिमाचल प्रदेश की राजधानी है और पूर्व भारत में ब्रिटिशों की राजधानी रही है। शिमला 19वीं शताब्दी में जब गोरखा युद्ध के बाद 1819 में अंग्रेजों ने इसे स्थापित किया था। उस अवधि के दौरान, यह हिंदू देवी श्यामला देवी के मंदिर के लिए सबसे लोकप्रिय था। 1906 में कालका-शिमला रेलवे लाइन का निर्माण किया गया था। शिमला को 1871 में पंजाब की अविभाजित राज्य की राजधानी घोषित किया गया था।
शिमला का नाम हिंदू देवी के नाम पर रखा गया है, जो श्यामला देवी है, जो माँ काली का एक रूप है। 1864 में शिमला को भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कर दिया गया था। आजादी के बाद, शिमला पंजाब की राजधानी बन गई और बाद में हिमाचल प्रदेश की राजधानी का नाम रखा गया। 1903 में कालका और शिमला के बीच एक रेल लाइन का निर्माण हुआ था।
जनसांख्यिकी (Demographics):
जनसांख्यिकी 2011 के अनुसार-
- क्षेत्रफल (Area): 5131 Sq. Km.
- जनसँख्या (Population): 8,13,384
- विधानसभा सीट: 8, रामपुर, शिमला (R), शिमला (U), थियोग-कुमारसैन, चौपाल, जुब्बल – कोटखाई, रोहड़ू, कसुम्पटी।
- पुरुष (Men- जनगणना2011 के अनुसार):4,25,039
- महिलाएं (Women- जनगणना2011 के अनुसार):3,88,971
- लिंग अनुपात (Sex Ratio)(प्रति 1000): 916
- साक्षरता (Literacy): 84.55% (90.72% male), (77.80% female)
- उप मंडल (Sub division): 8 (शिमला (U), शिमला (R), थेओग, चौपाल, रोहड़ू, रामपुर, डोडरा कवार, कुमारसैन)।
- तहसीलें & उप तहसीलें (Tahsils & Sub-Tehsils): 25
- विकास खण्ड (Development Section): 11
- ग्राम पंचायतें (Village panchayats): 363
शिमला जिले में पानी के चश्मे और झरने (Waterfalls and glasses in Shimla District):
- ज्योरी झरना (Jyori waterfall)- ये गर्म पानी का झरना है।
- चैडविक झरना (Chadwick falls)- झरने की ऊंचाई 67 मीटर है।
शिमला जिले के वन्य जीव अभ्यारण्य (wildlife Sanctuary in Shimla District):
- दारगट्टी वन्य जीव अभ्यारण्य (67 km2)- 1962 में निर्मित शिमला का सबसे बड़ा वन्य जीव अभ्यारण्य है।
- शिमला वाटर कैचमेंट (10 km2)- 29 जुलाई, 1958 को निर्मित।
- तालरा वन्य जीव अभ्यारण्य (40 km2)- 1962 को निर्मित।
शिमला जिले की प्रमुख पर्वत श्रृंखलाएं (Mountain ranges in Shimla District):
- जाखू पर्वत श्रृंखला (2455 मीटर)- शिमला की सबसे उची पर्वत श्रृंखला
- प्रॉस्पेक्ट हिल
- ऑब्जर्वेटरी हिल
- समर पहाड़ी
- अलसीजीम
शिमला जिले की नदिया (Rivers in Shimla District):
- सतलुज नदी- छोहरा से शिमला में प्रवेश करती है।
- सतलुज की सहायक नदियां- नोगली, मानछंद , बेहरा , खेखर , छामदा , सावेरा।
- गिरी नदी- कुपर चोटी (जुब्बल) से निकलती है।
- पब्बर नदी- चन्द्रनाहन झील से निकलती है।
- पब्बर नदी की सहायक नदी- आंध्रा , पेजोर , हाटकोटी , शिकारी ।
शिमला जिले की झीलें (The Lakes in Shimla District):
- चन्द्रनाहन झील
- तानुजुब्बल झील
- गढ़कुफ्फर झील
- कराली झील
- बरदोसर झील
शिमला जिले के मंदिर (Temple in Shimla District):
- तारादेवी मंदिर- क्योंथल का राजा बलबीर सेन ने बनवाया, यहा अस्टधातु की 18 भुजाओं वाली प्रतिमा है।
- भीमकाली मंदिर- ये शिमला के सराहन नामक जगह में स्थित है।
- हाटकोटी मंदिर- महिषासुरमर्दिनि की प्रतिमा है।
- जाखू मंदिर- यहा 108 फ़ीट ऊँची हनुमानजी की मूर्ति है।
- कामना देवी मंदिर- प्रॉस्पेक्ट हिल में स्थित।
- कालीबाड़ी मंदिर- श्यामला देवी को समर्पित, इन्ही के नाम पर शिमला नाम पड़ा।
- सूर्य मंदिर- नीरथ, रामपुर से 18 किलोमीटर दूर नीरथ गांव में प्रसिद्ध सूर्य मंदिर है।
शिमला जिले के मेले और त्यौहार (Fair and festival in Shimla District):
- भैसों का मेला- ये मेला सितम्बर में मशोबरा नामक स्थान में लगता है
- भरारा मेला- यह मेला मई के महीने में कुमारसेन के पास भरारा गांव में लगता है
- लावी मेला- सबसे पुराना मेला है, इसे केहरी सिंह ने शुरू करवाया था।
- महासु जतार- बडोली के एक राणा ने दुर्गा मंदिर का निर्माण किया था।
- पत्थर का खेल हालोग- ये मेला नवंबर में दिवाली के दूसरे दिन आयोजित किया जाता है। दो समुदायों के बीच से पत्थर फेकना मुख्य आकर्षण है।
- सिपी मेला- मशोबा के नीचे सिहपुर में आयोजित किया जाता है।
- रोहडू मेला- यह मेला शिक्रू देवता के सम्मान में पब नदी के तट पर रोहडू में आयोजित किया जाता है।
शिमला जिले का लोक नृत्य एवं लोकगीत (Folk dance and Folk song of Shimla district):
- लोकनृत्य: घी, माला, बूरा, सिंह (जुब्बल), छोहरा, ठोडा।
- लोकनाट्य: करियाला।
- लोकगीत: लाहणा , झूरी , नाटी , हार।
शिमला जिले की प्रमुख जल विद्युत परियोजना (Hydroelectric project in Shimla district):
- आंध्रा परियोजना (16.95 MW)- चीड़गावं (शिमला) में आंध्रा नदी पर निर्मित है।
- धानवी परियोजना (22.5 MW)- ये परियोजना ज्योरी (शिमला) पर निर्मित है।
- रामपुर परियोजना (412 MW)- सतलुज नदी पर निर्मित है।
- धमुराड़ी परियोजना (70 MW)- पब्बर नदी पर निर्मित है।
- चीडगावं मंझगावं परियोजना (46 MW)- ये परियोजना शिमला में निर्मित है।
- स्वार कुड्डु परियोजना (111 MW)- स्वार कुडडू नदी (पब्बर नदी की सहायक) पर निर्माणाधीन है।
शिमला जिले के कुछ मुख्य तथ्य (Some key facts of Shimla district):
- खड़ा पत्थर (शिमला) में एंटी हेल्गन तथा रडार स्थापित किया गया है
- कुफरी (शिमला) में केंद्रीय आलू अनुसंधान केंद्र है (CPRI) जो 1956 में पटना से शिमला लाया गया
- कमलाही (शिमला) में मुर्गी पालन केंद्र है
- ज्यूरी (शिमला) में भेड़ प्रजनन केंद्र है
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी (IIAS) एक शोध संस्थान है जो शिमला, में स्थित है।
- 1864 में सर जॉन लॉरेंस ने शिमला में ब्रिटिश साम्राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में बनाया
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